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उपन्यास विचित्र हत्यारा लेखक कर्नल रंजीत
दंगा ( सामाजिक उपन्यास)
मुम्बई 03:02 लेखक-मैनाक धर
सदस्यों का जन्मदिवस
सिटी ऑफ इविल-दिलशाद अली
फिंगरप्रिंट - सुरेन्द्र मोहन पाठक
तिलक रोड का भूत (कमांडर करण सक्सेना सीरीज) लेखक:- अमित खान
सम्राट (कॉमिक्स समीक्षा)
लोकप्रिय साहित्य की यात्रा
पहली वैम्पायर : विक्रम ई. दीवान
मौत की छाया :- सुरेंद्र मोहन पाठक
मैं अपराधी जन्म का ( सुरेंद्र मोहन पाठक)
वो भयानक रात - मिथिलेश गुप्ता
अनदेखा खतरा - संतोष पाठक
एक लाश का चक्कर
एक्सीडेंट एक रहस्य कथा - अनुराग कुमार जीनियस
द ट्रेल -अजिंक्य शर्मा
कत्ल के दावेदार -राहुल
रॉयल पैलेस -अमित खान
पांच पति , बादशाह -परशुराम शर्मा
लल्लू-वेदप्रकाश शर्मा
खून के आंसू- विक्रम शर्मा
असली खिलाड़ी-वेदप्रकाश शर्मा
राख द ऐश ट्रेल जितेंद्र नाथ
ब्रेकिंग न्यूज़-वहशी कातिल
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शंखनाद : वेद प्रकाश शर्मा
वारलॉक 2 मौत की घाटी
- उपन्यास समीक्षा :
वारलॉक 2 मौत की घाटी
लेखक : विक्रम ई. दीवान
प्रकाशन : बुक कैफे पब्लिकेशन
ISBN: 978-81-945753-3-7
पृष्ठ संख्या -223
समीक्षा - संजय आर्य
"तूफान जब आकर गुजर जाता है तो तिनके ही बचते है और जब बर्फ का तूफान आता है तो वह हर आग को बुझा देता है सिर्फ एक बात पर में तुमसे सहमत हूं कि यह मौत का खेल खत्म होने से पहले अभी कई जिंदगियों को लील जायेगा "
मौत का खेल - जी हां !
वारलॉक का पहला भाग जहाँ भारतीय तंत्र -मन्त्र की अद्भुत जानकारी के साथ काले जादू की दुनिया की अलौकिक सैर कराता है वही इसका दूसरा और अंतिम भाग वारलॉक 2 "मौत की घाटी" आपको काली दुनिया के शैतान वारलॉक के भयानक और घिनौने चेहरे से परिचय कराता है ।
वारलॉक अपने शैतानी मंसूबों को पूरा करने के लिए गुप्त काली तांत्रिक शक्तियों और आत्माओ और जिन्नात की ताकत को फिर से हासिल करने के लिए गुलाम प्रेत हरिनाथ की मदद लेता है और इसके लिए "भद्रकाली शबरी साधना " करता है ।फिर शुरू होता है वहशी वारलॉक का खूनी प्रतिशोध । वारलॉक कहता है -
"वारलॉक का बदला भयानक होता है।वह किसी को नही बख्शता , किसी को भी नही ।"
अंधा तांत्रिक और कर्नल नारंग वारलॉक को उसकी शक्तियों को हासिल करने से रोकना चाहते है ।और शुरू होती है महारथी तांत्रिको की आपस मे भयानक जंग।
क्या वारलॉक अपनी काली शक्तियों को फिर से हासिल कर सका?
वारलॉक का भयानक बदला क्या था?किससे बदला लेना चाहता था वारलॉक?
क्या वह सफल हो सका?
अच्छाई और बुराई के बीच अंतिम युद्ध में किसकी जीत हुई?
अंधा तांत्रिक और उसके साथी उसको रोक पाए?
इसके लिए आपको उपन्यास पढ़ना होगा ।
मौत की घाटी "तंत्र -मंत्र " "काले जादू " और आत्माओ की दुनिया की सैर कराती अद्भुत और अलौकिक कहानी है।
इसका हिंदी अनुवाद चंद्रप्रकाश पांडेय ने किया है और सरल , सहज भाषा मे शानदार अनुवाद किया है ।
वारलॉक 2 अच्छाई और बुराई के बीच जंग है और शुरू से अंत तक रोचक और पठनीय है उपन्यास में कई डरावने दृश्य ऐसे है जिसका अनुभव पाठक लंबे समय तक याद करते रहेंगे ।मनोरंजन के साथ- साथ भारतीय तंत्र साधना की अद्भुत जानकारी से भी पाठक रूबरू होता है l
हॉरर और थ्रिलर उपन्यासो के प्रेमी तो इसको अवश्य पढ़े । जिन पाठकों ने इसका पहला भाग वारलॉक नही पढ़ा है , वारलॉक 2 का असली थ्रिल और रोमांच अनुभव करने के लिए अवश्य पढ़े। दूसरा भाग अपने पहले भाग की तुलना में और ज्यादा अद्भुत और अविस्मरणीय है ।